बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन
प्रश्न- प्रसार शिक्षा के अर्थ एवं आवश्यकता की विवेचना कीजिए।
अथवा
प्रसार शिक्षा की आवश्यकता के बारे में उल्लेख कीजिए।
उत्तर -
प्रचार शिक्षा का अर्थ - इस शीर्षक के लिए दीर्घ उत्तरीय प्रश्न सं. 1 देखें।
प्रचार शिक्षा की आवश्यकता
वर्तमान युग में प्रसार शिक्षा की अत्यन्त आवश्यकता है। वर्तमान युग परिवर्तन का युग है। नित नये आविष्कार हो रहे हैं। किसी भी कार्य प्रणाली अथवा पद्धति का विकास होता है कल नई खोज के साथ वह भी पुरानी पड़ जाती है। ग्रामीण जीवन से सम्बन्धित उद्योग-धन्धे भी नई तकनीक तथा नई खोजों पर आधारित होते हैं और जो इन व्यवसायों में लगे हुए हैं उनके लिए यह आवश्यक होता है कि वे स्वयं को व्यवसाय की नई पद्धतियों से अवगत करायें अन्यथा प्रगति की दौड़ में वे लोग पिछड़ जायेंगे। चूँकि ग्रामीण लोगों को नई-नई जानकारियाँ, नई तकनीकों, नई खोजों, नये उत्पादनों एवं बेहतर कार्य सम्पादन प्रणालियों जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रसार शिक्षा द्वारा प्राप्त होती हैं इसलिए प्रसार शिक्षा की आवश्यकता है। प्रसार शिक्षा की सबसे बड़ी विशेषता यह है इसकी प्राप्ति के लिए लोगों को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं होती, स्वयं प्रसारकर्त्ता लोगों के पास जाकर उन्हें नई पद्धतियों और जानकारियों से अवगत कराते हैं, उनकी कार्य सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने में उनकी सहायता करते हैं, अतः ग्रामीण विकास के लिए प्रसार शिक्षा की अत्यन्त आवश्यकता है।
ग्रामीण समुदायों की नई खोजें, नई तकनीकी विकास की जानकारियाँ प्रसार शिक्षा द्वारा ही प्राप्त होती हैं। लोग अपने ही व्यवसाय से जुड़े अन्य लोगों के अनुभवों से लाभान्वित होते हैं। इसके परिणामस्वरूप उन्हें अपनी समस्याओं को दूर करने, अपनी गलतियों को दूर करने के अवसर प्राप्त होते हैं। ग्रामीण लोगों की भिन्न-भिन्न रुचियाँ एवं आवश्यकताएँ होती हैं। यह शिक्षा लोगों की रुचियों को पूरा करती है और मानव व्यवहार में निम्नलिखित परिवर्तन लाती है
(1) ज्ञान में परिवर्तन (Change in Knowledge) - परिवर्तन सूचनाओं और व्यक्ति की बुद्धि और ज्ञान से जुड़ा है। इसके अन्तर्गत अनाज को सुरक्षित रखना, विभिन्न रसायनिक खादों का उपयोग, कृषि उत्पादन का सही बाजार आदि जानकारी लोगों को प्रदान करता है।
(2) योग्यता में परिवर्तन (Change in Skill) - प्रसार शिक्षा में ग्रामीण जनता की योग्यताओं और आदतों में परिवर्तन लाना सम्मिलित किया जाता है। जैसे सब्जियों की फसल तथा उसे बाजार तक सुचारु रूप से पहुँचाना, फसल नष्ट होने से रोकने के लिए उपयुक्त दवाइयों का छिड़काव करना, सब्जियाँ पकातें समय विटामिन को नष्ट होने से बचाना आदि की योग्यता में परिवर्तन प्रसार शिक्षा के द्वारा ही सम्भव है।
(3) व्यवहार एवं अनुभव में परिवर्तन (Change in Attitude and Things Felt ) - प्रसार शिक्षा व्यक्ति के व्यवहार व रूढिगत अनुभव में परिवर्तन लाती है तथा "योग्यताओं के विकास में सहायक होती है। ग्रामीण लोगों के वांछित व्यवहार और विचारों में परिवर्तन हेतु यह परिवर्तन आवश्यक है। जैसे लोग यह विश्वास करें कि सन्तुनित आहार मानव शरीर के लिए उपयोगी है, भूमि क्षरण को नियन्त्रित करना महत्वपूर्ण है। उपज बढ़ाने के लिए सुधरे हुए कृषि कार्य करने आवश्यक हैं। प्रभावशाली प्रसार शिक्षा व्यक्ति की समझ को विकसित करती है तथा उसकी योग्यता के विकास में सहायक है।
उपरोक्त विवेचन से स्पष्ट है कि ग्रामीण विकास के लिए प्रसार शिक्षा की अत्यन्त आवश्यकता है।
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- प्रश्न- प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? प्रसार शिक्षा को परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा की प्रमुख विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा की विशेषताएँ समझाइये।
- प्रश्न- ग्रामीण विकास में गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का महत्व समझाइये।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा, शिक्षण पद्धतियों को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्वों का वर्णन करो।
- प्रश्न- प्रसार कार्यकर्त्ता की भूमिका तथा गुणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दृश्य-श्रव्य साधन क्या हैं? प्रसार शिक्षा में दृश्य-श्रव्य साधन की भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सीखने और प्रशिक्षण की विधियाँ बताइए। प्रसार शिक्षण सीखने और प्रशिक्षण की कितनी विधियाँ हैं?
- प्रश्न- अधिगम या सीखने की प्रक्रिया में मीडिया की भूमिका बताइये।
- प्रश्न- अधिगम की परिभाषा देते हुए प्रसार अधिगम का महत्व बताइए।
- प्रश्न- प्रशिक्षण के प्रकार बताइए।
- प्रश्न- प्रसार कार्यकर्त्ता के प्रमुख गुण (विशेषताएँ) बताइये।
- प्रश्न- दृश्य-श्रव्य साधनों के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा के मूल तत्व बताओं।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा के अर्थ एवं आवश्यकता की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- श्रव्य दृश्य साधन क्या होते हैं? इनकी सीमाएँ बताइए।
- प्रश्न- चार्ट और पोस्टर में अन्तर बताइए।
- प्रश्न- शिक्षण अधिगम अथवा सीखने और प्रशिक्षण की प्रक्रिया को समझाइए।
- प्रश्न- सीखने की विधियाँ बताइए।
- प्रश्न- समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) कार्यक्रम को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- महिला सशक्तिकरण से आपका क्या तात्पर्य है? भारत में महिला सशक्तिकरण हेतु क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान की विस्तारपूर्वक विवेचना कीजिए। इस अभियान के उद्देश्यों का उल्लेख करें।
- प्रश्न- 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- उज्जवला योजना पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान घर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- भारत में राष्ट्रीय विस्तारप्रणाली की रूपरेखा को विस्तारपूर्वक समझाइए।
- प्रश्न- स्वयं सहायता समूह पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- उज्जवला योजना के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- नारी शक्ति पुरस्कार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना क्या है? इसके लाभ बताइए।
- प्रश्न- श्रीनिकेतन कार्यक्रम के लक्ष्य क्या-क्या थे? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- भारत में प्रसार शिक्षा का विस्तार किस प्रकार हुआ? संक्षिप्त में बताइए।
- प्रश्न- महात्मा गाँधी के रचनात्मक कार्यक्रम के लक्ष्य क्या-क्या थे?
- प्रश्न- सेवा (SEWA) के कार्यों पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- कल्याणकारी कार्यक्रम का अर्थ बताइये। ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के लिए बनाये गए कल्याणकारी कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक विकास कार्यक्रम की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना का क्षेत्र एवं उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के उद्देश्यों को विस्तारपूर्वक समझाइए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास एवं प्रसार शिक्षा के अन्तर्सम्बन्ध की चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास की विधियों को समझाइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यकर्त्ता की विशेषताएँ एवं कार्य समझाइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना संगठन को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम को परिभाषित कीजिए एवं उसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- समुदाय के प्रकार बताइए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास की विशेषताएँ बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास के मूल तत्व क्या हैं?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना के अन्तर्गत ग्राम कल्याण हेतु कौन से कार्यक्रम चलाने की व्यवस्था है?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम की सफलता हेतु सुझाव दीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना की विशेषताएँ बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास के सिद्धान्त बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन की आवश्यकता क्यों है?
- प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम क्या है?
- प्रश्न- प्रसार प्रबन्धन की परिभाषा, प्रकृति, सिद्धान्त, कार्य क्षेत्र और आवश्यकता बताइए।
- प्रश्न- नेतृत्व क्या है? नेतृत्व की परिभाषाएँ दीजिए।
- प्रश्न- नेतृत्व के प्रकार बताइए। एक नेता में कौन-कौन से गुण होने चाहिए?
- प्रश्न- प्रबंध के कार्यों को संक्षेप में समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा (Extension education) से आप क्या समझते है, समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा व प्रबंधन का सम्बन्ध बताइये।
- प्रश्न- विस्तार प्रबन्धन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- विस्तार प्रबन्धन की विशेषताओं को संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
- प्रश्न- विस्तार शिक्षा के महत्व को समझाइए।
- प्रश्न- विस्तार शिक्षा तथा विस्तार प्रबंध में क्या अन्तर है?